Tuesday 18 October 2016

बांग-ए-दरा 126


बांग ए दरा 


नबी को अल्लाह का 

"ऐ नबी जिस चीज़ को अल्लाह ने आप के लिए हलाल किया है, आप उसे क्यूँ हराम फ़रमाते हैं. अपनी बीवियों की खुशनूदी हासिल करने के लिए? और अल्लाह बख्शने वाला है."
मुहम्मद ज़रा सी बात पर बीवियों को तलाक़ देने पर आ गए जिसे उनका अल्लाह हलाल फ़रमाता है बल्कि समझाता है कि आप जनाब तलाक़ को क्यूँ हराम समझते हैं? 
हमारे ओलिमा डफ्ली बजाया करते है कि तलाक़ अल्लाह को सख्त ना पसन्द है.
कुरान में ऐसा कहीं है ? तो यहाँ पर तलाक़ इतना आसान क्यूँ?
दोहरा और मुतज़ाद हुक्म मुहम्मदी अल्लाह क्यूँ फ़रमाता रहता है?
"जब पैगम्बर ने एक बात चुपके से फरमाई, फिर जब बीवी ने वह बात दूसरी बीवी बतला दी और पैगम्बर को अल्लाह ने इसकी खबर देदी व् पैगम्बर ने थोड़ी सी बात जतला दी और थोड़ी सी टाल गए.जतलाने पर वह कहने लगी, आपको किसने खबर दी? आपने फ़रमाया मुझको बड़े जानने वाले, खबर रखने वाले ने खबर दी यानी अल्लाह ने
वाक़ेआ यूं है- 
मुहम्मद की एक बीवी ने उनको शहद पिला दिया था , उन्हों ने इस शर्त पर पिया कि दूसरी किसी बीवी को इसकी खबर न हो, मगर उसने अपनी सवतन को बतला दिया कि उनको बात ज़ाहिर न करना. दूसरी ने तीसरी को कहा आज राजा इन्दर आएँ तो कहना, क्या शहेद पिया है कि बू आ रही है? यही मैं भी कहूँगी. मज़ा आएगा.
मुहम्मद दूसरी के यहाँ गए तो उसने उनसे पुछा,"क्या शहेद पिया है कि बू आ रही है? 
वह इंकार करते हुए टाल गए. फिर तीसरी ने भी उनसे यही सवाल दोराय .
क्या शहेद पिया है कि बू आ रही है?" 
मुहम्मद सनके कि जिसके यहाँ शहद पिया था  ये उसकी हरकत है .
सब बीवियों से उसने गा दिया . 
बस इतनी सी बात पर पैगम्बर अपनी बीवियों पर बरसे कि अल्लाह ने उनको सारी खबर देदी. गोया अल्लाह ने उनकी बीवियों में चुगल खोरी करता फिरा.
मैं मुहम्मदी अल्लाह को ज़ालिम, जाबिर, चाल चलने वाला, और मुन्ताकिम के साथ साथ चुगल खोर भी कहता हूँ. जो अपने बन्दों को आपस में लड़ाता है.
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