Tuesday 8 November 2016

बांग-ए-दरा 144





बांग ए दरा 

झूट औए शर 

झूट और शर की अलामत ओसामा बिन लादेन मारा गया,
 दुन्या भर में खुशियाँ मनाई जा रही हैं. 
याद रखें ये अलामत को सजा मिली है, झूट और शर को नहीं. 
सारी दुन्या मुत्तहद हो कर कह रही है कि झूट औए शर से इस ज़मीन को पाक किया जाए. 
ऐसे मौके पर ओबामा ने एक सियासी एलान किया कि हम इस्लाम के खिलाफ नहीं है
 बल्कि दहशत गरजी के खिलाफ हैं, 
ये उनकी मजबूरी होगी या मसलेहत.
ये झूट और शर कुरान है जिसकी तालीम जुनूनियों को तालिबान , 
जैश ए मुहम्मदी वगैरा बनाए हुए है. 
इसकी तबलीग और तहरीर दर पर्दा इंसानी जेहन को ज़हरीला किए हुए है. 
अगर तुम मुसलमान हो तो यकीनी तौर पर कुरान के शिकार हो. 
अब मुसलमान होते हुए मुँह नहीं छिपाया जा सकता और 
न ओलिमा का ज़हरीला कैप्शूल निगला जा सकता है, 
वह चाहे उस पर कितनी शकर लपेटें. तुम्हारा भरम दुन्या के साथ टूट चुका है.
मुसलमानों!
तुम यकीनन " (किं कर्तव्य विमूढ़" (क्या करें, क्या न करें, के शिकार हो रहे हो. 
तुम्हारा इस वक़्त कोई रहनुमा नहीं है, 
लावारिस हो रहे हो, 
ओलिमा ठेल ढ़केल कर तुम्हें कुरआन के झूट और शर भरी आयतों की तरफ ले जा रहे है 
जिनके शिकार तुमहारे आबा ओ अजदा हुए हैं. 
एक वक़्त आएगा कि तुम्हारा वजूद ख़त्म हो रहा होगा और ये ओलिमा 
क्रिश्चिनिटी और हिदुत्व के गोद में बैठ रहे होंगे.
अभी सवेरा है कि इल्हाद को समझो और ईमान दार मोमिन बन जाओ। 
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