Monday 27 June 2016

बांग-ए-दरा -18


बांग-ए-दरा 

टी वी के प्रोग्राम 
अभी पिछले दिनों एन डी टी वी के प्रोग्राम में हिदुस्तान की एक बड़ी इकाई ,  जमाअत इस्लामी के दिग्गज और ज़िम्मेदर आलिम महमूद मदनी, जमाअत का प्रतिनिधित्व करते हुए भरी महफ़िल में अवाम की आंखों में धूल झोंक गए। 
बहस का विषय तसलीमा नसरीन थी। 
मौलाना तसलीमा की किताब को हवा में लहराते हुए बोले,
"तसलीमा लिखती है 'उसने अपने बहू से शादी की " 
गुस्ताख को देखो हुज़ूर की शान में कैसी बे अदबी कर रही है।" 
( मदनी को मालूम नहीं कि अंग्रेज़ी से हिन्दी तर्जुमा में यही भाषा होती है।) 
आगे कहते है 
"हुज़ूर की (पैगम्बर मुहम्मद की ) कोई औलादे-नरीना (लड़का) थी ही नही,
 तो बहू कैसे हो सकती है ?" 
बात टेकनिकल तौर पर सच है मगर पहाड़ से बड़ा झूट, जिसे लाखों दर्शकों के सामने एक शातिर और अय्यार मौलाना बोलकर चला गया और अज्ञात क़ौम ने तालियाँ बजाईं। उसकी हकीक़त का खुलासा देखिए-----
किस्से की सच्चाई ये है कि ज़ैद (बिन हारसा) एक मासूम, गोद में उठा लेने के लायक बच्चा हुवा करता था। उस लड़के को बुर्दा फरोशों (बच्चे चुराने वाले) उठा ले गए मदीने में मुहम्मद के  हाथों बेच दिया था . 
ज़ैद का बाप हारसा बेटे के ग़म में परेशान ज़ारों-क़तार रोता फिरता। 
एक दिन उसे पता चला कि उसका बेटा मदीने में मुहम्मद के पास है, 
वह फिरोती की रक़म जिस कदर उससे बन सकी, लेकर अपने भाई के साथ, मुहम्मद के पास गया। ज़ैद बाप और चचा को देख कर उनसे लिपट गया। 
हारसा की दरखास्त रिहाई पर मोहम्मद ने कहा, 
पहले ज़ैद से तो पूछो कि वह किया चाहता है ? 
पूछने पर ज़ैद ने बाप के साथ जाने से इनकार कर दिया, तभी बढ़ कर मुहम्मद ने उसे अपनी गोद में उठा लिया और सब के सामने अल्लाह को गवाह बनाते हुए ज़ैद को अपनी औलाद और ख़ुद को उसका बाप घोषित किया। 
ज़ैद कुछ बड़ा हुवा तो उसकी शादी अपनी कनीज़ ऐमन से कर दी। हालांकि उसका सिन शादी का नहीं हुवा था .
बाद में सिने-बलूगत आने पर दूसरी शादी अपनी फूफी ज़ाद बहन ज़ैनब से की। 
ज़ैनब से शादी करने पर कुरैशियों ने एतराज़ भी खड़ा किया कि ज़ैद गुलाम ज़ादा है, और जैनब सय्यद जादी . 
इस पर मुहम्मद ने कहा ज़ैद गुलाम ज़ादा नहीं, ज़ैद, ज़ैद बिन मुहम्मद है। 
मशहूर सहाबी ओसामा ज़ैद बिन हारसा का बेटा है, माँ उसकी हब्शी ऐमन थी . ओसामा  मुहम्मद को  बहुत प्यारा था. 
गोद में लिए हुए उम्र के ज़ैद वल्द मुहम्मद, एक अदद बेटे ओसामा का बाप भी बन गया और मुहम्मद के साथ अपनी बीवी ज़ैनब को लेकर रहता रहा, बहुत से मुहम्मद कालीन सहाबी उसको बिन मुहम्मद मरते दम तक कहते रहे 
और आज के टिकिया चोर ओलिमा कहते हैं मुहम्मद की कोई औलादे-नरीना ही नहीं थी. सच्चाई इनको अच्छी तरह मालूम है कि वह किस बात की परदा पोशी कर रहे हैं.
दर अस्ल गुलाम ज़ैद की पहली पत्नी ऐमन मुहम्मद की उम्र दराज़ सेविका थी ओलिमा उसको पैगम्बर की माँ की तरह बतला कर मसलेहत से काम लेते है. खदीजा मुहम्मद की पहली पत्नी भी ऐमन की हम उम्र मुहम्मद से पन्द्रह साल बड़ी थीं. ज़ैद की जब शादी ऐमन से हुई, वह जिंस लतीफ़ से वाकिफ भी न था. नाम ज़ैद का था काम मुहम्मद का, चलता रहा. 
इसी रिआयत को लेकर मुहम्मद ने जैनब, अपनी पुरानी आशना के साथ फर्माबरदार पुत्र ज़ैद की शादी कर दी, मगर ज़ैद तब तक बालिग़ हो चुका था . 
एक दिन, दिन दहाड़े ज़ैद ने देखा कि उसका बाप मुहम्मद उसकी बीवी जैनब के साथ मुंह काला कर रहा है, रंगे हाथों पकड़ जाने के बाद मुहम्मद ने लाख लाख ज़ैद को पटाया कि ऐमन की तरह दोनों का काम चलता रहे मगर ज़ैद नहीं पटा. कुरआन में सूरह अहज़ाब में इस तूफ़ान बद तमीजी की पूरी तफ़सील है मगर आलिमाने-दीन हर ऐब में खूबी गढ़ते नज़र आएंगे.
इसके बाद इसी बहू ज़ैनब को मुहम्मद ने बगैर निकाह किए हुए अपनी दुल्हन होने का एलान किया और कहा कि - - -
"ज़ैनब का मेरे साथ निकाह सातवें आसमान पर हुवा, अल्लाह ने निकाह पढ़ाया था और फ़रिश्ता जिब्रील ने गवाही दी।" 
इस दूषित और घृणित घटना में लंबा विस्तार है जिसकी परदा पोशी ओलिमा पूर्व चौदह सौ सालों से कर रहे हैं। इनके पीछे अल्कएदा, जैश, हिजबुल्ला और तालिबान की फोजें हर जगह फैली हुई हैं। 
"मुहम्मद की कोई औलादे-नारीना नहीं थी" इस झूट का खंडन करने की हिंदो-पाक और बांगला देश के पचास करोड़ आबादी में सिर्फ़ एक औरत तसलीमा नसरीन ने किया जिसका जीना हराम हो गया है।
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