Wednesday 14 March 2012

Hadeesi Hadse 26


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अल्लाह के बने हुए रसूल यह जो पुडिया छोड़ते हैं , यह इनका तसव्वुर है या कल्पना? जो भी हो दुन्या को उन्हों ने झूट का दाग दर खज़ाना दिया है. इनके झूट में मुब्तिला इनकी उम्मत झूट को जी रही है.जन्नत की हूर का जमाल मुलाहिजा हो - - - -   
और अगर उसी हूर के नक़ल में कोई औरत सलीक़े का कपडा पहने तो अल्लाह उसको अपने यहाँ उरयाँ कर देगा
तीसरी हदीस में देखिए किबंदा कैसे कैसे हालत में जन्नती और दोजखी हो जाता है. मुहम्मद की तिकड़म बहुत ही आम्याना है.
अगर ये बात है तो औरतों को खास कर मुस्लिम औरतों को अपने दो तीन बचे दुध मुहे बच्चे  मारना बड़ी बात न होगी. आखिर आखरत महफूज़ हो रही है. 


चलिए यहाँ पर रसूल जदीद हुए. आज के आम मुस्लिम शराब नाक तक पीता है मगर हराम हलाल गोश्त में ज़मीन आसमान का फर्क मानता है. कभी झटका नहीं खाएगा  .

रसूल अपने ऊपर ही हँसे.
मुलाहिजा हो इस्लाम की अजमत?




जीम. मोमिन 

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